हिस्टेरेक्टॉमी यौन क्रिया और स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है?
सेक्स, एक रिश्ते का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, लेकिन कुछ प्रकार की सर्जरी से यौन समस्याएं विकसित हो सकती हैं। इन मुद्दों के निवारण हेतु कई अलग-अलग प्रकार के उपचार, थेरेपी या उपकरण, परामर्श आदि सहायक हो सकता है।
जब एक महिला को हिस्टेरेक्टॉमी होती है, तो उसके गर्भाशय को सर्जरी द्वारा हटा दिया जाता है। यदि आवश्यक हो तो अन्य प्रजनन अंग जैसे गर्भाशय ग्रीवा, फैलोपियन ट्यूब या अंडाशय को भी हटाया जा सकता है। हिस्टेरेक्टॉमी कैंसर, गर्भाशय फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस और पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स सहित कई कारणों से किया जाता है।
हिस्टेरेक्टॉमी के बाद महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं। कुछ महिलाओं को राहत मिलती है तो दूसरी ओर कुछ महिलाएं ये मानने लगती हैं कि हिस्टेरेक्टॉमी उनके यौन जीवन पर बाधा डाल देगी और उदास हो जाती हैं। हालांकि, कई महिलाओं के लिए, हिस्टेरेक्टॉमी के बाद सेक्स वास्तव में बेहतर हो जाता है।
हिस्टेरेक्टॉमी के प्रकार पर शारीरिक परिवर्तन निर्भर करता है। सभी हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी समान नहीं होती हैं। ये प्रक्रियायें आपके यौन जीवन को अलग अलग तरह से प्रभावित कर सकती है।
यौन क्रिया पर हिस्टेरेक्टॉमी के प्रभाव
हिस्टेरेक्टॉमी योनि को छोटा करता है और जननांग क्षेत्र में सुन्नता पैदा कर सकता है। इससे महिला की सेक्स लाइफ प्रभावित हो सकती है।
कुछ मामलों में, योनि सेक्स के साथ कैंसर, दर्द या रक्तस्राव का कारण बनता है। एक हिस्टेरेक्टॉमी उन लक्षणों को रोकने में मदद कर सकती है, और सर्जरी के बाद एक महिला के यौन जीवन में सुधार हो सकता है।
कुछ महिलाओं को लगता है कि उनकी यौन क्रिया में सुधार होता है क्योंकि दर्द, असामान्य एवं असंयमित रक्तस्राव और आंत्र समस्याओं जैसे लक्षण अक्सर बेहतर हो जाते हैं। वे अधिक आत्मविश्वास, कम उदास और कम चिंतित महसूस कर सब सकतीं हैं, जिससे कामुकता में सुधार आ सकता है।
कुछ महिलाओं के लिए, गर्भाशय ग्रीवा के खिलाफ दबाव और गर्भाशय का संकुचन ही यौन सुख की कुंजी हैं। परन्तु गर्भाशय और गर्भाशय ग्रीवा को हटाने से इन महिलाओं के लिए सेक्स कम सुखद हो सकता है।
यदि किसी महिला के अंडाशय हटा दिए गए हैं, तो उसका शरीर अब उतना एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन, दो हार्मोन जो यौन क्रिया के लिए महत्वपूर्ण हैं, का उत्पादन नहीं करेगा। कम एस्ट्रोजन का स्तर योनि को प्रभावित करता है। आमतौर पर एस्ट्रोजन योनि के टिश्यू को लोचदार और नम रखता है। लेकिन कम एस्ट्रोजन के साथ योनि भंगुर और शुष्क हो सकती है। खराब योनि लुब्रीकेशन संभोग को असहज और कभी-कभी दर्दनाक बना सकता है। बेचैनी की आशंका महिलाओं के लिए सेक्स के दौरान आनंद को भी मुश्किल बना सकती है।
जिन महिलाओं को योनि में लुब्रीकेशन की समस्या है उन्हें अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लेना चाहिए। कभी-कभी बेहतरीन यौन सुख के लिए बस एक लुब्रीकेशन की ही आवश्यकता होती है। कई मामलों में डॉक्टर हार्मोन थेरेपी भी सुझा सकते हैं।
हिस्टेरेक्टॉमी के बाद एक महिला को अपने शरीर की छवि के साथ भी संघर्ष करना पड़ सकता है। सर्जरी के बाद उसे अब मासिक धर्म नहीं होते हैं और वह गर्भवती भी नहीं हो सकती है। इन परिवर्तनों से यौन इच्छा में कमी हो सकती है। कुछ महिलाओं को लगता है कि यह बात उन्हें योनी में कम लुब्रीकेशन देती है या उन्हें कम "पूर्ण" बनती है। ऐसे भावनात्मक मुद्दे कामुकता पर भारी पड़ सकते हैं लेकिन एक चिकित्सक या परामर्शदाता हमेशा ही मदद कर सकता है।
उपचार एवं सुझाव:
महिलाओं को हमेशा अपने साथी और डॉक्टर के साथ हिस्टेरेक्टॉमी से जुड़े यौन प्रभावों पर खुल कर चर्चा करनी चाहिए। किसी अन्य महिला से, जिसे हिस्टेरेक्टॉमी हुई हो, बात करना भी मददगार हो सकता है। इस प्रक्रिया के बाद शारीरिक बदलाव के लिए खुद को तैयार कर देने से महिलाओं को किसी भी चुनौती के लिए स्वयं को और अपने साथी को तैयार करने में मदद मिल सकती है।

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