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Monday, 18 October 2021

How Often Normally Should You Have Sex

 

सेक्स जिंदगी का एक खास पल होता है जिसको लेकर सभी के मन में कई तरह के सवाल उठते हैं। इससे जुडे कई जटिल प्रश्न हैं जिनका सटीक तरह से उत्तर दे पाना संभव नहीं। कई महिलाओं एवं पुरूषों के मन में सेक्स को लेकर यह सवाल उठता है कि कितनी बार सेक्स करना चाहिये।
 
सेक्स करने की किसी भी संख्या को सामान्य नहीं कहा जा सकता और इसकी कोई निश्चित संख्या तय नहीं की जा सकती। हर व्यक्ति की शारिरिक इच्छाएं और क्षमताएं अलग होती हैं। यह साथी की ईच्छाओं के साथ साथ अन्य कई कारकों पर भी निर्भर करता है। कितनी बार सेक्स करना है यह आपके आपसी तालमेल पर निर्भर करता है जिसमें आपका लक्ष्य अपने साथी की खुशी होना चाहिए। सेक्स की क्रिया से दोनों को बराबर आनंद मिलता है। यह वह सुख या परम आनंद है जिसका अहसास दो लोग एक साथ मिलकर करते हैं। 

कुछ लोगों का मानना है कि हफ्ते में बस एक या दो बार सहवास करना पर्याप्त होता है जबकि कुछ मानते हैं कि महीने में एक या दो बार ही काफी होता है। अलग-अलग लोगों की सेक्स के बारे में राय अलग-अलग होती है इसलिए बेहतर यही होगा कि किसी भी गिनती के चक्कर में न पड़कर सेक्स का इच्छानुसार भरपूर आनंद उठाएं।

लोगों की यह भी धारणा है कि ज्यादा सेक्स करने से कमजोरी आ जाती है परन्तु ये भी एक गलत धारणा है। सेक्स करने से कोई कमजोरी नहीं आती। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि सेक्स केवल बच्चे पैदा करने के लिए ही किया जाना चाहिए और अन्य समय में कभी कभी ही सेक्स करना चाहिए। ये भी गलत धारणाएं है जिनका शारिरिक स्वास्थ्य से कोई लेना देना नहीं। प्रजनन के अलावा सेक्स अंतरंगता और आनंद का भी अहसास कराता है। 

विशेषज्ञों के अनुसार तो सेक्स करना स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद होता है जिससे कई फायदे होते हैं जैसे:

  • इम्यूनिटी बढती है
  • केलोरीज़ बर्न होती हैं 
  • सेहत अच्छी रहती है
  • स्ट्रेस हॉरमोन कम होते हैं
  • दर्द निवारक का काम करता है
  • आनंद की अनुभूति होती है और तनाव कम होता है
  • रक्त संचार सुधरता है और हृदय के लिये लाभकारी 
  • ब्लड प्रेशर कम होता है
  • मांसपेंशियों को मजबूती देता है
  • हाइपरटेंशन होने का खतरा कम होता है
  • नींद सुकून भरी और गहरी आती है। 
  • चेहरे पर निखार आता है। 


सेक्स करना शादी के तुरंत बाद के संबंध के लिये बेशक जरूरी है। इससे आपसी संबंध मधुर हो जाते हैं। सेक्स ढंग से नहीं होने पर या उसकी आवृति कम होने पर आपसी तवाव हो सकते हैं। कई लोग तनाव कम करने के लिए सेक्स करते हैं और लडाई ठीक करने के लिए भी सेक्स का ही सहारा लेते हैं। सेक्स का शादी शुदा जीवन में महत्वपूर्ण स्थान। इसकी उपेक्षा नहीं करना चाहिए।कम सेक्स करने से रिश्ते की मज़बूती को लेकर कई लोगों के मन में सवाल उठते हैं। उन्हें ये लगता है कि कम सेक्स करने से उनका रिश्ता कमज़ोर ना हो जाये। परन्तु ऐसा सोचना गलत धारणा है। रोजमर्रा की जिन्दगी में सेक्स करने से आपको हर वक्त खुशी की अहसास होता है और आपका आपके पार्टनर के प्रति विश्वास गहरा होता है। 

सेक्स मानव जिन्दगी का एक अभिन्न अंग है और खुशियों की वजह भी। क्योंकि सेक्स से तनाव और अवसाद दोनों कम होते हैं। इसलिए हम चाह कर भी इसे अनदेखा नहीं कर सकते हैं। सेक्स करते समय महिला हो या फिर पुरुष, दोनों की ही भावनाएं चरम सीमा पर होती हैं और भावनात्मक लाभ की प्राप्ति होती है जिससे तनाव दूर हो जाता है। 

सेक्स आपको आनंद देता है इसलिये कितनी बार करना इस बात पर ध्यान न देते हुए इसका आनंद लेने पर अधिक ज़ोर देना चाहिये। उम्र के साथ साथ सेक्स की आदतों में भी परिवर्तन आता है। इसलिये सेक्स को जीवन का एक अभिन्न अंग मानते हुए भ्रान्तियों पर ना ध्यान देते हुए सिर्फ अपने साथी के साथ उन खूबसूरत पलों का आनंद उठायें। 

अधिक जानकारी या व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए- 
कृपया विवान हॉस्पिटल के चिकित्सा विशेषज्ञ से ज़रूर बात करें या +919166 300 200 पर कॉल करें।

Saturday, 9 October 2021

How Diabetes Can Affect Men's Sexual Life

 

आईएसएसएम संचार समिति के चिकित्सा पेशेवरों द्वारा समीक्षित

मधुमेह एक आम वैश्विक बीमारी है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए यौन स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के साथ जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है। ऐसे लोग उच्च रक्तचाप, अधिक वजन, मोटापा, मेटाबोलिक सिंड्रोम आदि समस्याओं से जूझते हैं जिससे यौन स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है।

जब किसी व्यक्ति को मधुमेह होता है तो उसका शरीर इंसुलिन का उपयोग नहीं कर पाता है और इससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है जिससे कई जटिल समस्याएँ हो सकती हैं जिनका यौन स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है।

पुरुषों पर मधुमेह के कारण यौन समस्याएँ
मधुमेह का पुरुष के यौन जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। उच्च ब्लड शुगर अच्छे यौन क्रिया के लिए आवश्यक नसों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। यह पुरुषों में कामुकता को प्रभावित करने वाली अन्य स्थितियों के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।

स्तंभन दोष (इरेक्टाइल डिसफंक्शन - ईडी) 
यह मधुमेह वाले पुरुषों के लिए एक आम समस्या है। बिना मधुमेह वाले पुरुषों की तुलना में स्तंभन दोष की समस्या मधुमेह वाले पुरुषों में लगभग तीन गुना अधिक होती है। ऐसे पुरुष ये समस्या 10 से 15 साल पहले विकसित करने की अधिक संभावना रखते हैं।

कई पुरुषों के लिए ईडी एक ऐसा लक्षण है जो मधुमेह के निदान की ओर ले जाता है। उच्च ब्लड शुगर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और चूंकि लिंग में रक्त वाहिकाएं बहुत छोटी होती हैं, इसलिए वे सबसे पहले प्रभावित हो सकती हैं। उच्च ब्लड शुगर इरेक्शन से जुड़ी नसों को दीर्घकालिक नुकसान पहुंचा सकता है।

कई पुरुष अपने मधुमेह को अच्छी तरह से नियंत्रण में करके इरेक्शन में सुधार कर सकते हैं। ईडी के कई प्रभावी उपचार भी हैं।

मधुमेह पुरुषों को प्रभावित करने वाली इन यौन समस्याओं से भी जुड़ा है:

पेरोनी रोग: प्लेक्स के कारण लिंग काफी वक्र हो सकता है। पेयरोनी रोग वाले कुछ पुरुषों में स्तंभन दोष विकसित होता है।

कम टेस्टोस्टेरोन: इसे टेस्टोस्टेरोन की कमी भी कहा जाता है। "टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर" कामेच्छा की कमी, स्तंभन दोष, थकान, उदासीनता और अन्य लक्षणों से जुड़ा हुआ है।

प्रतिगामी स्खलन: प्रतिगामी स्खलन के साथ, वीर्य लिंग से आगे की बजाय मूत्राशय में पीछे की ओर जाता है।

शीघ्रपतन: शीघ्रपतन वाले पुरुष अपनी इच्छा से पहले ही संभोग सुख तक पहुंच जाते हैं।

विलंबित स्खलन: विलंबित स्खलन वाले पुरुषों को स्खलन में परेशानी होती है या संभोग सुख तक पहुंचने में अधिक समय लगता है।

एनोर्गास्मिया या कमजोर कामोन्माद संवेदनाएं: ऐसी स्थिति में पुरुष संभोग तक बिल्कुल नहीं पहुंच सकते हैं और यदि वे पहुँचते भी हैं तो भी संवेदनाएं उतनी तीव्र नहीं होती हैं।

इसके अलावा मधुमेह एक आदमी के मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। मधुमेह को नियंत्रण में रखना एक चुनौती हो सकती है। नियमित रूप से ब्लड शुगर का परीक्षण करना, आहार संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करना और उचित समय पर दवाएं और इंसुलिन लेना आवश्यक है। मधुमेह वाले कुछ लोग तनावग्रस्त, उदास और चिंतित महसूस करते हैं और ये भावनाएं सेक्स ड्राइव और यौन आनंद में हस्तक्षेप कर सकती हैं।

दवा और उपचार के साथ स्वस्थ दिनचर्या

सौभाग्य से, मधुमेह से जुड़े यौन मुद्दों का इलाज किया जा सकता है। आपका डॉक्टर यह तय करने में आपकी मदद कर सकता है कि आपके लिए कौन से उपचार सर्वोत्तम हैं। यदि आप और आपका साथी आपके रिश्ते को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, तो काउंसलर या सेक्स थेरेपिस्ट को दिखाना मददगार हो सकता है।

आप स्वस्थ आदतों को दिनचर्या में अपना कर यौन स्वास्थ्य में सुधार ला सकते हैं:

  • नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की जांच करें और उसके माप पर ध्यान दें।
  • मधुमेह आहार का पालन करें। अधिक जानकारी के लिए आप किसी पोषण विशेषज्ञ से बात करने पर विचार कर सकते हैं।
  • अपनी दवाएं और इंसुलिन निर्देशानुसार लें।
  • अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करें और फिट रहें।
  • यदि आपका वजन अधिक है तो अतिरिक्त वजन खोने का प्रयास करें।
  • शराब का सेवन सीमित करें।
  • यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो उसे छोड़ दें। आपका डॉक्टर आपको धूम्रपान बंद करने की योजना बनाने में मदद कर सकता है।

एक व्यक्ति के उपचार से सम्बंधित निर्णय चाहे जो भी हों, यदि मधुमेह उनके यौन क्रिया को प्रभावित करता है तो उन्हें कभी भी शर्म या असहज महसूस नहीं करना चाहिए। एक विश्वसनीय चिकित्सक के पास परामर्श करना और अपने साथी के साथ एक खुल कर ईमानदारी से चर्चा करना, बेहतर यौन जीवन के साथ एक स्वस्थ जीवन जीने में समग्र रूप से मदद कर सकता है।

यदि आप को लगता है कि कोई सेक्स समस्या है तो आप विवान हॉस्पिटल में अपॉइंटमेंट् ले सकते है। हर मरीज़ की व्यक्तिगत जानकारी पूरी तरह गुप्त रखी जाती है । यह एक अत्याधुनिक हॉस्पिटल है जो सेक्शूअल हेल्थ को समर्पित है। हमारे यहाँ अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट की टीम है। यह जयपुर का बेस्ट सेक्सोलॉजिस्ट ( Best Sexologist in Jaipur) है।

Thursday, 7 October 2021

What is the reason that you are unable to reach the climax while having sex, but reach through masturbation?

 


अक्सर ये सवाल उठता हैं कि जब भी पार्टनर के संग सेक्स करते है तो क्लाइमेक्स पर नहीं पहुंच पाते , लेकिन मास्टरबेशन करते वक्त  तो क्लाइमेक्स पर पहुंच जाते है  और  सेक्स के बाद  पार्टनर को झूठ बोलना पड़ता है कि मैं क्लाइमेक्स पर पहुंच गई। क्या यह समस्या दूर हो सकती है?

इसका जवाब है, कई बार हकीकत से ज्यादा,  काल्पनिक विचार अच्छे लगते है, सेक्स और मास्टरबेशन में भी यही अंतर है। सेक्स जहां हकीकत है, वहीं मास्टरबेशन एक   काल्पनिक विचार। सच तो यह है कि एक सुखद और आनंदमय सेक्स कई बातों पर निर्भर करता है।

  • इनमें सबसे पहले सेक्स की इच्छा  होती है। अगर किसी वजह से महिला को सेक्स की इच्छा न हो, लेकिन पार्टनर को खुश करने के लिए बिना इच्छा के भी वह सेक्स के लिए तैयार हो जाए तो यह मुमकिन है कि वह क्लाइमेक्स तक न पहुंचे क्योंकि सेक्स की इच्छा न होने से उस महिला की फोरप्ले में दिलचस्पी भी कम ही होगी। जब फोरप्ले कम होगा तो चिकनापन भी कम होगा और फिर क्लाइमेक्स की संभावना कम हो जाएगी।
  • एक पुरुष के रूप में खुद की संतुष्टि एक महत्वपूर्ण यौन कदम है; यह सीखने का एक तरीका है कि आपका शरीर कैसे काम करता है। हालांकि, कभी-कभी किसी व्यक्ति की मास्टरबेशन करने की कला वह होती है जो आसानी से अपने सेक्स पार्टनर से नहीं मेल खाती। उदाहरण के लिए, यदि किसी पुरुष को मास्टरबेशन की बहुत सख्त आदत हो जाती है, तो कोई भी वेजाइना उसे आवश्यक घर्षण प्रदान नहीं करेगी। अपनी खुद की संतुष्टि  पर विचार करें - क्या आपको एक अलग प्रकार के स्ट्रोक या दबाव का अभ्यास करने की आवश्यकता  है जो वेजाइनल क्लाइमेक्स के लिए अधिक अनुकूल हो सकता है?
  • संभोग के दौरान एक और बाधा फोकस की कमी हो सकती है। कुछ लोग आसानी से विचलित हो जाते हैं, और यह सेक्सयुअल प्रतिक्रिया में अड़चने पैदा कर सकती हैं । और  यदि ऐसा है, तो केवल संवेदना, आनंद देने और प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करें।
  • गर्भावस्था, बीमारी या नियंत्रण के नुकसान का एक अंदरूनी डर भी संतोषजनक संभोग के लिए हानिकारक हो सकता है। लेकिन चूंकि आप अपने सेक्स लाइफ का आनंद लेते हैं, तो शायद आप इन चीज़ो के बारे में नहीं सोचते । जितना अधिक आप इसके बारे में चिंता करते हैं, उतनी ही कम संभावना है कि आप अपनी इच्छा के अनुसार क्लाइमेक्स पर पहुंचेंगे।

पार्टनर की दिलचस्पी बढ़ जाएगी  -

यहां इस बात को समझना भी जरूरी है कि कई बार महिलाओं की इच्छा न होने पर पुरुष पार्टनर की जिम्मेदारी है कि वह महिला को इसके लिए प्यार से तैयार करे। उसकी पसंद-नापसंद के बारे में पूछें । इससे  फोरप्ले में महिला पार्टनर की दिलचस्पी व इच्छा बढ़ जाएगी। फिर सही लुब्रिकेशन भी हो जाएगा और क्लाइमैक्स की संभावना भी बढ़ जाती है।

सेक्स सफर का आनंद कुछ और ही हैं -

एक सच्चाई यह भी है कि मास्टरबेशन में लोग आसानी से क्लाइमेक्स तक इसलिए पहुंच जाते हैं क्योंकि इसमें न पार्टनर को खुश करने का दबाव रहता है और न ही ज्यादा देर की रुकावट। इसलिए कई लोग आसानी से मास्टरबेशन से क्लाइमेक्स तक पहुंचना पसंद करते हैं। भले ही सेक्स का मकसद क्लाइमेक्स हो, लेकिन सेक्स के सफर का आनंद भी कुछ कम नहीं होता।

बाजार में उपलब्ध दवाईयाँ  -

डॉक्टर की सलाह से कई दवाएं बाजार में मौजूद हैं जिससे पुरुष पार्टनर के जल्दी डिस्चार्ज की समस्या अमूमन दूर हो जाती है। दूसरी बात यह है कि अपने पार्टनर को खुलकर बता दें कि आप सेक्स के दौरान क्लाइमेक्स तक नहीं पहुंच पाते हैं । ऐसे में आपके पार्टनर भी आपको  दूसरे तरीके से क्लाइमेक्स पर पहुंचा सकते हैं।

यदि आप को लगता है कि कोई सेक्स समस्या है तो आप विवान हॉस्पिटल में अपॉइंटमेंट् ले सकते है। हर मरीज़ की व्यक्तिगत जानकारी पूरी तरह गुप्त रखी जाती है । यह एक अत्याधुनिक हॉस्पिटल है जो सेक्शूअल हेल्थ को समर्पित है। हमारे यहाँ अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट की टीम है। यहाँ जयपुर का बेस्ट सेक्सोलॉजिस्ट मौजूद है।